मां-बेटे की हत्या कर शव जलाने वाला कातिल गिरफ्तार, पूछताछ में किए कई खुलासे
रायगढ़। रायगढ़ के बिलासपुर-झारसुगुड़ा नेशनल हाईवे पर नौ दिन पहले पैरावट में मिली महिला और बच्चे की अर्धजली लाश मामले को सुलझा लिया है। मां बेटे का हत्यारा कोई और नहीं बल्क़ि महिला का प्रेमी ही था। प्रेमिका से विवाद के बाद आरोपी ने महिला और उसके बेटे की बेरहमी से हत्या कर शव को पैरावट के ढेर में फ़ेंक दिया था। इसके बाद आरोपी पकड़े जाने के डर से दोनों शव में पेट्रोल डालकर आग लगा दिया था। पुलिस ने आरोपी को भिलाई से पकड़ा है। आरोपी का नाम सूरज गुप्ता है, जो धोकाधड़ी के मामले में फरार था।
दरअसल, 27 नवंबर की सुबह रायगढ़ के ग्राम नेतनागर में पैरावट में अधजले महिला व बच्चों का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। थाना प्रभारी जूटमिल रामकिंकर यादव ने घटनास्थल पहुँचकर इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। एसएसपी सदानंद कुमार, एडिशनल एसपी संजय महादेवा सीएसपी अभिनव उपाध्याय, साइबर सेल एवं फॉरेंसिक की टीम पहुंचकर शव, घटनास्थल का निरीक्षण कर ग्रामीणों से पूछताछ कर तत्काल जांच में जुट गई । घटनास्थल और शव के निरीक्षण पर पुलिस ने संदेह जताया कि हत्या कर पुलिस से बचने शव को पैरावट में जलाया गया।
पुलिस की टीम को निधि के मोबाइल नंबर के एनालिसिस पर पता चला कि मोबाइल पर और नंबर एक्टिव थे जिसे जांच करते हुए पुलिस संदिग्ध सूरज गुप्ता का लोकेशन लिया। पुलिस से छुपते हुए आरोपी मुंबई भाग चुका था। तत्काल एसएसपी सदानंद कुमार के निर्देशन पर डीएसपी अमन लखीसरानी के नेतृत्व में एक टीम पुणे रवाना हुई। वहीं संदेही सूरज गुप्ता पुलिस को गुमराह करने अपना मोबाइल बंद-चालू कर रहा था जिसका मोबाइल ऑन होने पर अगला लोकेशन दुर्ग-भिलाई मिला। पुणे रवाना हुई टीम भिलाई पहुंची जहां आरोपी सूरज गुप्ता पहचान छुपा कर नया फोन और सिम लेकर पीजी किराये पर रहने की फिराक में था। टीम ने आरोपी को भिलाई के प्रियदर्शनी परिसर से हिरासत में लिया। पूछताछ करने पर उसने निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ की हत्या कर शव को बिलासपुर-झारसुगुड़ा हाईवे में रोड किनारे पैरावट में जलाना कबूल किया।
आरोपी सूरज गुप्ता पिता सुरेश गुप्ता उम्र 41 साल निवासी हिमालया हाइट्स, देवपुरी रायपुर का रहने वाला है। हाल ही में शांति नगर बिलासपुर में रहता था और पूर्व में रियल एस्टेट कंपनी में काम करता था। आरोपी ने बताया कि उसने क्लाइंट के रूपयों की धोखाधड़ी कर कंपनी में काम करने वाली विवाहिता महिला निधि औसरिया और उसके बेटे पार्थ के साथ बिलासपुर में रहता था। सूरज गुप्ता और निधि पहले से विवाहित थे जो पिछले कुछ समय से बिलासपुर में पति-पत्नी की तरह रह रहे थे।